अन्नमय कोश: इसमें शारीरिक विकास, फिटनेस, लचीलापन, ताकत और स्वस्थ्य जीवन को ध्यान में रखकर शरीर व आदतों को बनाना शामिल है।
प्राणमय कोश: जीवन ऊर्जा विकास से संंबंधित है। प्रमुख प्रणालियों जैसे पाचन, श्वसन और तंत्रिका तंत्र का सुचारू कामकाज इसमें शामिल है।
मनमय कोश: मानसिक व भावनात्मक विकास से संबंधित है। नकारात्मक भावनाओं को संभालना, गुण विकास, प्रदर्शन कला, संस्कृति और साहित्य के प्रति झुकाव इसमें शामिल है।
विज्ञानमय कोश: ये बौद्धिक विकास से संबंधित है। चेतना, तर्क, भाषाई कौशल, कल्पना, रचनात्मकता शामिल है।
आनंदमय कोश: आध्यात्मिक या चैतसिक विकास से जुड़ा है। प्रेम, करुणा, सौंदर्य बोध, खुद को जानना शामिल है।